स्वदेशी जागरण मंच के तत्वाधान में दिल्ली रोड स्थित टिमिट सभागार (मुरादाबाद) में उद्यमिता से स्वावलंबन विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का आरंभ भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण कर हुआ।
मुख्य वक्ता के रूप में स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय संगठक श्री कश्मीरी लाल ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में तीन चीज अपनी आदत में शामिल कर लें। पहला, कांसंट्रेशन अर्थात एकाग्रता, अपने लक्ष्य के प्रति एकाग्र होकर कार्य करें। दूसरी, एसोसिएशन, अपने सामाजिक संबंधों का दायरा बढ़ाएं, लोगों को जोड़ें और तीसरा, रिपिटेशन, अर्थात कार्यों को बार-बार करें जिससे उसमें दक्षता प्राप्त हो। असफलता से घबराएं नहीं, बल्कि असफलता के कारण जानकर उन पर काम करें। उन्होंने कई सफल उद्यमियों के वृत्तांत सुनकर युवाओं को विश्वास दिलाया कि किस प्रकार एक साधारण सा व्यक्ति असाधारण उद्यम खड़ा कर सकता है।
स्वावलंबी भारत के अखिल भारतीय समन्वयक डा. राजीव कुमार में अपने संबोधन में कहा कि देश के 700 जिलों में भारत को स्वावलंबी बनाने हेतु जिला रोजगार सृजन केंद्र खुल चुके हैं, जिसमें अधिकतर सक्रिय रूप से युवाओं को उद्यम स्थापित करने में सहायता कर रहे हैं। भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का मार्ग उद्यमिता ही है। स्वावलंबी भारत अभियान का उद्देश्य भारत को नौकरी मांगने वालों के देश से नौकरी देने वाला देश बनाना है। प्रांत संयोजक कपिल नारंग ने कहा कि समाज एवं युवाओं को अपनी मानसिकता को बदलना होगा, उद्यमिता में रिस्क है, लेकिन यदि सोच समझकर कार्य किया जाए तो उसके लाभ कई गुना अधिक है।
नवाचार उद्यमिता में सफलता का मूल मंत्र है। कार्यक्रम के अध्यक्ष टिमिट के प्राचार्य विपिन जैन ने कहा कि महाविद्यालय में हमारा पूरा ध्यान स्टार्टअप्स पर है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रांत समन्वयक कुलदीप सिंह, विभाग संयोजक प्रशांत शर्मा, जिला संयोजक ए.के. अग्रवाल, महानगर संयोजक हिमांशु मेहरा, जिला महिला प्रमुख पूनम चौहान, महानगर महिला प्रमुख मीनू अरोड़ा जिला अभियान समन्वयक आमोद शर्मा, डा. राजेश अग्रवाल, अजय नारंग, प्रदीप शर्मा, कशिश चौहान आदि रहे।